ब्यूरो रिपोर्ट। नगर निगम श्रीनगर में निर्माणाधीन गौशाला के संबंध में जिलाधिकारी पौड़ी डा. आशीष चौहान की अध्यक्षता में बैठक का आयोजन किया गया। इस मौके पर जिलाधिकारी ने संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया कि गौशाला में पशुओं की सुरक्षा और आवश्यकताओं का ध्यान रखते हुए व्यवस्थाएं बनाई जाए। सोमवार को जिलाधिकारी कैम्प कार्यालय में संपन्न बैठक में जिलाधिकारी महोदय ने गौशाला डीपीआर में जरूरी पहलुओं का ध्यान न रखे जाने पर नाराजगी जताई। उन्होंने डीपीआर बनाने में शामिल अधिकारियों को स्पष्टीकरण नोटिस देने के निर्देश दिए। बैठक में विद्युत आपूर्ति, जलापूर्ति, स्ट्रीट लाइट, मार्ग और ट्रीटमेंट प्लांट पर चर्चा हुई। बैठक में बताया गया कि लगभग तीन करोड़ की लागत से गौशाला का निर्माण किया जा रहा है। इसमें 39 लाख रूपये की लागत से साइट डेवलपमेंट वर्क किया गया है। पानी के लिए 25 केएल का टैंक प्रस्तावित किया गया है। जिलाधिकारी ने गौशाला निर्माण करते वक्त हवा के प्रभाव और दबाव का ध्यान करने के निर्देश दिए। उन्होंने संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए कि यह भी देखा जाए कि इंटरलॉकिंग टाइल्स गायों के लिए सुरक्षित है या नहीं। गौशाला की सुरक्षा दीवार में मजबूती का ध्यान रखा जाए व वैकल्पिक विद्युत आपूर्ति के लिए सोलर स्ट्रीट लाइट भी लगाई जा सकती है। एसडीएम नूपुर वर्मा ने बताया कि वर्तमान में संचालित गौशाला में 64 गाय रखी गई है। इसके रखरखाव में प्रतिमाह 50000 से 70000 रूपये का खर्चा आता है । बैठक में मुख्य कोषाधिकारी गिरीश चंद्र, तहसीलदार धीरज राणा, सहायक आयुक्त रविराज बंगारी, सहायक अभियंता अनिल यादव, अवर अभियंता मयंक सैनी आदि उपस्थित रहे ।