उत्तराखंड संस्कृत विश्वविद्यालय मे विशिष्ट व्याख्यान का हुआ आयोजन

ब्यूरो रिपोर्ट । उत्तराखंड संस्कृत विश्वविद्यालय मे योग विज्ञान विभाग सभागार में गुरुवार को विशिष्ट व्याख्यान आयोजित किया गया। जिसमें मुख्य वक्ता के रूप में निदेशक, जनगणना कार्य निदेशालय, भारत सरकार आई ए एस ईवा आशीष श्रीवास्तव उपस्थित हुई। कार्यक्रम का विधिवत उद्घाटन संस्था के कुलपति प्रोफेसर दिनेश चंद्र शास्त्री, कुलसचिव गिरीश कुमार अवस्थी, ईवा आशीष श्रीवास्तव, कार्यक्रम संयोजक व विभागाध्यक्ष डॉ० लक्ष्मीनारायण जोशी, डॉ कामाख्या कुमार ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित करके किया। मुख्य वक्ता ईवा आशीष श्रीवास्तव ने बताया यदि व्यक्ति अपने जीवन में संकल्प को धारण करता है तो अपने लक्ष्य को प्राप्त कर लेता है । उन्होंने अपने जीवन का उदाहरण देते हुए बताया कि उनके पिता की इच्छा थी कि वे आई ए एस अधिकारी बने और उन्होंने अपने पिता की इच्छा को एक संकल्प के रूप में धारण किया व परीक्षा उत्तीर्ण कर इसे उपहार के रूप में अपने पिता को दिया। 2010 की यूपीएससी परीक्षा में भारत मे महिलाओं में प्रथम स्थान व यूपीएससी आल इंडिया रैंक मे तृतीय स्थान प्राप्त किया । उन्होंने अपनी दिनचर्या को व्यवस्थित किया और लगातार 18 से 19 घंटे अध्ययन किया और किसी भी व्यसन से दूर रही। उन्होंने सभी छात्र-छात्राओं को बताया कि किस प्रकार से तैयारी करनी चाहिए पुराने क्वेश्चन पेपर को पढ़ना चाहिए, लाइब्रेरी में अध्ययन निरंतर आवश्यक है और योगाभ्यास कर शारीरिक और मानसिक स्थिति को दुरुस्त रखना चाहिए।
यदि इस प्रकार से कार्य करते हैं तो बहुत आसानी से प्रतियोगी परीक्षा को उत्तीर्ण कर सकते हैं।इस अवसर पर कुलपति प्रोफेसर दिनेश चंद्र शास्त्री ने कहा कि ईवा आशीष श्रीवास्तव हम सबके लिए एक प्रेरणा स्रोत है, जिन्होंने पूरे भारत में यूपीएससी परीक्षा में महिलाओं में प्रथम स्थान प्राप्त किया और एक अच्छे शाशक के रूप में उनका कार्य भी सराहनीय रहा है जिसके लिए उन्हें कई पुरस्कार भी मिले है।कार्यक्रम संयोजक डॉ० लक्ष्मीनारायण जोशी ने बताया कि ईवा आशीष श्रीवास्तव बहुत ही सरल व्यक्तित्व की धनी है। उन्होंने जीएमवीएन की एमडी रहते हुए अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस में भी बहुत अच्छा कार्य किया और अभी भी वह नियमित रूप से योग अभ्यास करती हैं व अपने कर्मचारियों को भी योगाभ्यास करवाती है इसके लिए वह विशेष रूप से बधाई की पात्र हैं। उनका आना विश्वविद्यालय के छात्र-छात्राओं के लिए प्रेरणा स्त्रोत रहेगा। कार्यक्रम मे धन्यवाद देते हुए कुलसचिव गिरीश कुमार अवस्थी ने कहा कि वरिष्ठ अधिकारियो का इस प्रकार आगमन विश्वविद्यालय के लिए प्रेरणा स्रोत होता है। ऐसे अनुभवों को सुनकर कई विद्यार्थियों का जीवन बदल सकता है।विश्वविद्यालय ईवा आशीष श्रीवास्तव का धन्यवाद करता है और हम सभी आशा करते हैं कि भविष्य में वह इसी प्रकार पुनः आएंगी। इस अवसर पर छात्र-छात्राओं के साथ आधुनिक ज्ञान विज्ञान विभाग के संकायध्यक्ष डॉ० कामाख्या कुमार,डॉ चंद्रशेखर शर्मा, डॉ रुपेश शर्मा, डॉ बिंदुमति द्विवेदी, मीनाक्षी सिंह रावत, राजेंद्र नौटियाल, शोधार्थी दिशांत शर्मा, डॉ मोहित लोहान, हिमांशु लोशाली आदि उपस्थित रहे।

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