ब्यूरो रिपोर्ट – मुख्य सचिव डॉ0 एस.एस. संधु ने बुधवार को सचिवालय सभागार में 2021-22 के खरीफ सीजन में धान की खरीद के संबंध में सम्बन्धित अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की। उन्होंने विभागीय अधिकारियों तथा सम्बन्धित पक्षों को सुन कर धान की व्यवस्थित खरीद के संबंध में निर्देश दिये। उन्होंने किसानों से धान की खरीद की व्यवस्था को व्यवस्थित और पारदर्शी बनाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि किसानों के साथ किसी भी तरह की धोखाधड़ी अथवा शोषण बर्दाश्त नहीं किया जाएगा व इसमें किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाशत नहीं की जाएगी। जिन स्थानों पर धान क्रय केन्द्र खोलने की आवश्यकता है वहां अतिशीघ्र खोले जाएं। साथ ही जहां पर बोरे अथवा धान क्रय से सम्बन्धित सामग्री की कोई आवश्यकता हो उनको तत्काल पूरा किया जाए। मुख्य सचिव ने निर्देशित किया कि जिन किसानों से खरीददारी की जाती हैं उन सभी का एक ही बार जीरो बैलेंस पर खाता खुलवायें तथा उसको बार-बार बंद ना करें। उन्होंने सभी क्रय केन्द्रों पर 50 से 100 मॉस्चर(नमी) मीटर रिजर्व के रूप में रखने के निर्देश दिये।
सारी प्रक्रिया समय से पूरी हो, इसके लिए वार्षिक केलेण्डर बना लें और उसका अनुपालन करें। भुगतान की पहले की पेंडेंसी को तत्काल निपटाने तथा आगे से भुगतान से संबंधित प्रक्रिया को सरलीकृत करने तथा पोर्टल से सम्बन्धित जो भी तकनीकी समस्या है उसको भी तत्काल ठीक किया जाय। किसानों को धान क्रय सम्बंधित कोई भी समस्या होने पर वो प्रत्येक क्रय केन्द्रों और मण्डी में लगे साइन बोर्डों पर लिखे नंबरों पर शिकायत कर सकते हैं । जिलाधिकारी समस्या का तत्काल उचित निस्तारण सुनिश्चित करेंगे। क्रय केन्द्रों पर आवश्यकतानुसार सी.सी.टी.वी. कैमरे भी लगाए जायेंगे।इस दौरान बैठक में सचिव अरविन्द सिंह ह्यांकी, मीनाक्षी सुन्दरम्, एच.एस. बोनाल, अपर सचिव प्रताप शाह, आर.एफ.सी(संभागीय खाद्य नियंत्रक) गढ़वाल बी.एस. राणा, वित्त नियंत्रक डॉ0 एम.एस. बिसेन सहित सम्बन्धित विभागीय अधिकारी तथा सम्बन्धित पक्षों के सदस्य उपस्थित थे। साथ ही जनपद ऊधमसिंहनगर तथा हरिद्वार के जिलाधिकारी वीडियो कान्फ्रेसिंग के माध्यम से जुड़े रहे ।