ब्यूरो रिपोर्ट – जिलाधिकारी पौड़ी डॉ0 विजय कुमार जोगदण्डे की अध्यक्षता में सोमवार को कलेक्ट्रेट सभागार में अवैध रूप से हो रही अफीम, भांग, चरस सहित अन्य के संबंध में प्रथम बैठक आयोजित की गयी। जिसमें समिति गठित कर विभिन्न अधिकारियों को अलग-अलग जिम्मेदारी दी गयी है। जिलाधिकारी ने समस्त अधिकारियों को निर्देश दिए कि नशीलें पदार्थो का अवैध रूप से विक्रय करने हेतु संबंधित पर कार्यवाही करना सुनिश्चित करें। कहा कि कॉलेज, विद्यालय तथा ग्राम पंचायतों में नशीलें पदार्थो का सेवन पर रोकथाम के लिए लोगों को जागरूक करें। उन्होंने संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया कि अगली बैठक से पूर्व जनपद में किये गये कार्यक्रमों, कार्यवाही सहित अन्य की जानकारी देना सुनिश्चित करें। इस दौरान बैठक में डीओ माध्यमिक बिना अनुमति के अनुपस्थित रहने पर जिलाधिकारी ने स्पष्टीकरण करने के निर्देश दिये। उन्होंने समस्त अधिकारियों को निर्देशित किया कि समय से बैठक में उपस्थित होना सुनिश्चित करें। जिलाधिकारी ने एनसीओआरडी से संबंधित महत्वणूर्ण जानकारी, कार्यो की रूपरेखा पर विस्तृत चर्चा की। उन्होंने समिति में गठित अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि जनपद के अंतर्गत अवैध रूप से हो रही मादक पदार्थो का विक्रय, कार्यवाही, वाद निस्तारण की रिपोर्ट प्रस्तुत करना सुनिश्चित करें। कहा कि कॉलेजों, विद्यालयों सहित अन्य जगहों में बैठक करें तथा एनडीपीएस अधिनियम के बारे में समस्त जानकारी हेतु पोस्टर प्रदर्शित करें। जिससे आम जनमानस अवैध रूप से मादक पदार्थो की विक्रय तथा सेवन करने से दूर रह सकेंगे। साथ ही कहा कि लोगों को जागरूक करने हेतु शपथ ग्रहण भी करवाएं। उन्होंने जनपद के समस्त उपजिलाधिकारियों को निर्देशित किया कि जनपद के अंतर्गत वैध व अवैध रूप से अफीम, भांग, चरस आदि की जहां खेती हो रही है उसका विवरण प्रस्तुत करें। साथ ही उन्होंने राजस्व उपनिरीक्षक, तहसीलदारों को भी रिपोर्ट उपलब्ध कराने के निर्देश दिये। इसके अलावा उन्होंने कृषि, उद्यान, समाज कल्याण, शिक्षा विभाग को निर्देशित किया कि मादक पदार्थो पर रोकथाम हेतु जन जागरूकता अभियान तथा गोष्ठी का आयोजन तथा कार्यक्रम की फोटोग्राफ्स व स्थल का नाम विवरण सहित प्रस्तुत करें। साथ ही उन्होंने स्वास्थ्य विभाग को निर्देश दिए कि समस्त मेडिकल स्टोरों में नशीलें पदार्थो की चेकिंग तथा सीसीटीवी कैमरों स्थापित करवाएं। एस. एस. पी यशवंत सिंह चौहान ने कहा कि ड्रग्स अधिकारी निरंतर रूप से मेडिकल स्टोरों की चैंकिंग करें। जिससे जनपद में बढ़ रहे नशीले पदार्थो पर रोक लग सकेगी। कहा कि पुलिस की मदद लेकर भी चैंकिंग अभियान कर सकते हैं।
उन्होंने शिक्षा अधिकारी को निर्देशित किया कि विद्यालयों में अभिभावकों तथा विद्यार्थियों के साथ गोष्ठी कर मादक पदार्थो का सेवन से होने वाले दुष्प्रभाव की जानकारी दें। जिससे मादक पदार्थो का सेवन करने पर अंकुश लग सकेगा। इस अवसर पर अपर जिलाधिकारी ईला गिरी, उपजिलाधिकारी कोटद्वार प्रमोद कुमार, लैंसडाउन स्म्रता परमार, सीओ प्रेमलाल टम्टा, समाज कल्याण अधिकारी धनंजय लिंगवाल, डॉ0 आशीष गुसांई, स्वेता गुसांई सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे ।