ब्यूरो रिपोर्ट -“राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 से राष्ट्र निर्माण” विषय पर आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने हरियाणा के गुरूग्राम स्थित एस.जी.टी. विश्वविद्यालय, बुधेरा में प्रतिभाग किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि इस विश्वविद्यालय की स्थापना गुरू गोबिंद सिंह महाराज के नाम पर की गयी है । साथ ही विश्वविद्यालय ने अपने कार्यों द्वारा इस नाम को चरितार्थ किया है। गुरु गोबिंद सिंह महान योद्धा थे एवं शिक्षा के प्रचार-प्रसार को विशेष महत्व दिया करते थे। कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व और दिशा-निर्देशन में तैयार की गई राष्ट्रीय शिक्षा नीति में मनुष्य से मानवता और अतीत से आधुनिकता तक सभी बिंदु का समावेश है। इस शिक्षा नीति में मातृभाषा और क्षेत्रीय भाषाओं के प्रयोग पर विशेष बल दिया गया है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में कौशल विकास अभियान के तहत ‘युवा भारत-नया भारत’ से युवाओं को प्रोत्साहन मिला है। युवाओं को आत्मनिर्भर बनाने हेतु इस शिक्षा नीति में जो विशेष प्रावधान किए गए हैं वे ‘आत्मनिर्भर भारत’ के लिए नींव का पत्थर साबित होंगे। मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि एक शिक्षित और संस्कारी समाज के निर्माण में शिक्षकों की विशेष भूमिका रहती है। नई शिक्षा नीति के बेहतर क्रियान्वयन के लिए सभी शिक्षकों को पूरे मनोयोग से कार्य करने होंगे। शिक्षा नीति को लागू करने के इस अभियान में हमारे शिक्षक पूर्ण उत्साह से कार्य कर रहे हैं। इस अवसर पर सांसद लल्लू सिंह, एसजीटी विश्वविद्यालय के चांसलर राम बहादुर राय, कुलपति प्रो.ओ.पी. कालरा, मधुप्रीत कौर चावला, मनमोहन सिंह चावला, विश्वविद्यालय के अध्यापक आदि उपस्थित रहे।