देव डोली उत्तराखंड की संस्कृति का प्रतीक-डॉ राजे नेगी

कृष्णा कोठारी – श्री घंटाकर्ण देवता एवं भगवान सेमनागराज की दिव्य डोली का हरिपुर कला आगमन पर भक्तों द्वारा फूल माला एवं पुष्पवर्षा कर भव्य स्वागत किया गया। इस अवसर पर ढोल दमाऊ की थाप के साथ श्री घँटाकर्ण देवता एवं भगवान सेम नागराज एवं माता भुवनेश्वरी के नाम के जयकारे लगाये गए। देवी डोली के पश्वा यानि उपासक आचार्य प्रवीन बिजल्वाण द्वारा भक्तों को आश्रीवाद के रूप में प्रसाद भेंट किया गया।इस मौके पर घण्टाकर्ण देवता के उपासक आचार्य प्रवीन बिजल्वाण का अंतरराष्ट्रीय गढ़वाल महासभा से जुड़े पदाधिकारियो एवं भक्तों ने माल्यार्पण एवं शाल ओढ़ाकर कर स्वागत एवं अभिनंदन किया । अंतरराष्ट्रीय गढ़वाल महासभा के अध्यक्ष  डॉ राजे नेगी ने कहा कि उत्तराखंड की लोक संस्कृति अपने आप में अनूठी है देव डोली की परंपरा इस संस्कृति का एक अहम हिस्सा है जो आस्था और विश्वास के साथ सदियों से यहां के समाज को आपस में जोड़े हुए हैं। इस अवसर पर आचार्य तेजराम बधानी, आचार्य महेश सेमवाल,आचार्य द्वारिका प्रसाद भट्ट,प्रेम सिंह नेगी, कृष्णा पंडित,मनमोहन नेगी,अजय रावत, राजवीर सिंह रावत,संजय नेगी, फतेह सिंह समेत दर्जनों की संख्या में भक्त उपस्थित रहे ।

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