ब्यूरो रिपोर्ट – एम्स ऋषिकेश के तत्वावधान में 6वां राष्ट्रीय पोषण सप्ताह दिवस विधिवत शुरू हो गया। जिसमें जनमानस को स्वस्थ भोजन प्रथाओं और उचित पोषण के महत्व को लेकर जागरुक किया गया। एम्स ऋषिकेश की ओर से शहीद सैनिक नरपाल सिंह अटल उत्कृष्ट विद्यालय, थानो में राष्ट्रीय पोषण सप्ताह दिवस का आयोजन किया गया। जिसके तहत विद्यार्थियों को स्वस्थ जीवन शैली में पौष्टिक आहार व उचित पोषण का महत्व बताया गया। बताया गया कि आम जनमानस के बीच स्वस्थ जीवन के लिए जरुरी पौष्टिक आहार अपनाने के लिए जन जागरूकता के लिए भारत देश में सितंबर के प्रथम सप्ताह को राष्ट्रीय पोषण सप्ताह के रूप में मनाया जाता है। इस अवसर पर अटल उत्कृष्ट विद्यालय, थानो में “सभी के लिए किफायती स्वस्थ आहार” विषय पर प्रदर्शनी-पोषण मेला आयोजित किया, जिसमें विभिन्न स्कूलों के प्रतिनिधि शिक्षकों व छात्र छात्राओं ने प्रतिभाग किया। इस अवसर पर बतौर मुख्य अतिथि एम्स संस्थान की कार्यकारी निदेशक प्रोफेसर डॉ. मीनू सिंह, संकायाध्यक्ष अकादमिक प्रोफेसर डॉ. जया चतुर्वेदी व सामुदायिक और पारिवारिक चिकित्सा विभागाध्यक्ष प्रो. वर्तिका सक्सेना ने राष्ट्रीय पोषण सप्ताह प्रदर्शनी का विधिवत शुभारंभ किया। इस अवसर पर मुख्य अतिथि संस्थान की कार्यकारी निदेशक प्रोफेसर डॉ. मीनू सिंह ने प्रदर्शनी में उपस्थित कक्षा छह, सात व आठवीं के बच्चों को पौष्टिक आहार के बारे में जागरुक किया और साथ ही उन्हें सलाह दी गई कि वह स्वस्थ जीवनशैली को अपनाएं तथा इसके लिए जंक फूड से दूरी बनाए रखें। उन्होंने कहा कि बच्चे हमारे देश का भविष्य हैं लिहाजा उन्हें पौष्टिक आहार लेने एवं अच्छे कॅरियर के लिए बेहतर ढंग से पढ़ाई पर ध्यान देना चाहिए संस्थान की डीन एकेडमिक प्रो. जया चतुर्वेदी ने सभी बच्चों को जंक फूड के दुष्प्रभावों को लेकर जागरुक किया और उन्हें मैदे से बनी मैगी आदि वस्तुओं को कम से कम लेने की सलाह दी। सामुदायिक और पारिवारिक चिकित्सा विभाग की प्रमुख प्रो. वर्तिका सक्सेना ने बच्चों को इंद्रधनुष के रंगों के समान थाली में सतरंगी भोजन लेने के बारे में बताया। आयोजित प्रदर्शनी में लगाए गए 7 स्टॉल्स में बीएमआई काउंटर, बाजरा काउंटर, पोषण थाली, खाद्य पिरामिड, श्रव्य-दृश्य स्टॉल, जंक फूड का विकल्प व आयुष विभाग का स्टॉल शामिल रहे । बताया गया है कि प्रदर्शनी में इंटर स्कूल क्विज़ – “न्यूट्रीक्विज़” प्रतियोगिता का आयोजन भी किया गया। जिसके परिणामों की घोषणा राष्ट्रीय पोषण सप्ताह के अंतिम दिन की जाएगी।