ब्यूरो रिपोर्ट- नेशनल मेडिकोज ऑर्गेनाइशन का 43वां सम्मेलन शनिवार को एम्स,ऋषिकेश में विधिवत शुरू हो गया। दो दिवसीय अधिवेशन के उद्घाटन सत्र में शनिवार को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि स्वस्थ भारत की परिकल्पना तभी साकार हो सकती है जब हम सब स्वास्थ्य के क्षेत्र में मिलकर कार्य करेंगे। सम्मेलन में देशभर से सैकड़ों चिकित्सा विशेषज्ञ, वैज्ञानिक, शोधार्थी व मेडिकल के छात्र-छात्राएं प्रतिभाग कर रही हैं।
शनिवार को सीएम ने अधिवेशन का उद्घाटन करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में पिछले दस वर्षों के दौरान देश ने स्वास्थ्य क्षेत्र अनेक उल्लेखनीय कार्य किए हैं। देश में आज विभिन्न स्वास्थ्य योजनाएं संचालित की जा रही हैं जिनके माध्यम से करोड़ों लोग निशुल्क उपचार सुविधा प्राप्त कर रहे हैं।
उन्होंने उम्मीद जताई कि यह अधिवेशन विशेषज्ञों के वैचारिक मंथन के बाद चिकित्सा क्षेत्र में मील का पत्थर साबित होगा। कहा कि अंत्योदय की सोच के साथ देश स्वास्थ्य के क्षेत्र में आगे बढ़ रहा है। 2014 तक जहां देश में 400 मेडिकल कॉलेज ही थे, वहीं अब इनकी संख्या बढ़कर 600 से अधिक हो गई है।
इस अवसर पर राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के सर सह कार्यवाह कृष्ण गोपाल ने नेशनल मेडिकोज ऑर्गेनाइजेशन के गठन से लेकर अब तक की उपलब्धियों पर प्रकाश डाला, और बताया कि एनएमओ स्वास्थ्य जागरुकता व संवेदना के साथ देशभर में चिकित्सा स्वास्थ्य सेवाओं के लिए सतत कार्य कर रहा है। एनएमओ के चिकित्सक न केवल देश के सुदूरवर्ती क्षेत्रों में अपनी सेवाएं दे रहे हैं बल्कि विदेशों में भी जनस्वास्थ्य में कार्य करते हुए देश का मान बढ़ा रहे हैं। बतौर मुख्यवक्ता आरएसएस के सर सह कार्यवाह ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में प्रत्येक क्षेत्र में हो रहे चहुंमुखी विकास एवं स्वस्थ भारत की परिकल्पना को साकार करने के लिए किए जा रहे कार्यों पर विस्तृत प्रकाश डाला। साथ ही उन्होंने चिंता व्यक्त की कि देश में 57 प्रतिशत महिलाएं एनेमिक बीमारी से ग्रसित हैं और पांच वर्ष से कम उम्र के बच्चों की स्वास्थ्य की स्थिति में भी सुधार लाने की आवश्यकता है। कहा कि मरीजों की बढ़ती संख्या के दृष्टिगत मधुमेह, हाईपरटेंशन, कैंसर इस प्रकार की गंभीर बीमारियों से लड़ना चुनौती बनता जा रहा है। उन्होंने भावी चिकित्सकों से आह्वान किया कि समाज के पीड़ित व स्वास्थ्य की दृष्टि से कष्ट में जी रहे लोगों का दुख दूर करने के लिए संकल्पित होने की आवश्यकता है। अधिवेशन में एम्स की कार्यकारी निदेशक प्रो. मीनू सिंह ने उम्मीद जताई कि इस अधिवेशन से चिकित्सकों में विश्व आरोग्यम् की भावना दृढ़ होगी। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विजन टीबी मुक्त भारत को साकार करने के लिए एम्स द्वारा संचालित ड्रोन आधारित सेवा का जिक्र करते हुए कहा कि तकनीक पर बेस इस स्वास्थ्य सेवा से संपूर्ण राज्य के ग्रसित रोगी लाभान्वित होंगे। अधिवेशन में एनएमओ के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. सीबी त्रिपाठी, राष्ट्रीय महामंत्री डा. अश्विनी टंडन, एनएमओ के आर्गेनाइजिंग चेयरपर्सन डॉ. हिमांशु ऐरनआदि ने संबोधित किया। अधिवेशन में सूबे के स्वास्थ्य मंत्री डॉ. धन सिंह रावत, वित्त एवं नगर विकास मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल, परमार्थ निकेतन के परमाध्यक्ष स्वामी चिदानंद सरस्वती मुनि, डीन एकेडमिक प्रो. जया चतुर्वेदी, एनएमओ के राष्ट्रीय सचिव डॉ. पुनीत अग्रवाल, कोषाध्यक्ष डॉ. अक्षय धारीवाल, डॉ. ओपी महाजन, डॉ. अभय कुमार, डॉ. विनोद कुमार सिंह, डा. पूजा भदौरिया, डा. संतोष कुमार, डा अनुपमा बहादुर, डॉ. गीता खन्ना, डॉ. ओपी महाजन, उपनिदेशक प्रशासन एम्स, ले. कर्नल अमित परासर, जनसंपर्क अधिकारी संदीप कुमार सिंह आदि मौजूद रहे ।