स्वर्गाश्रम ट्रस्ट में एम्स ऋषिकेश नेत्र रोग विभाग के सहयोग से नेत्र परीक्षण शिविर आयोजित

ब्यूरो रिपोर्ट – स्वर्गाश्रम ट्रस्ट में अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान, एम्स ऋषिकेश नेत्र रोग विभाग के सहयोग से नेत्र परीक्षण शिविर का आयोजन किया गया, जिसमें मरीजों की नेत्र जांच, उपचार परामर्श व जरुरतमंदों को चश्मे वितरित किए गए। इस अवसर पर लोगों को खासतौर से नेत्र दान महादान के लिए जागरुक किया गया। एम्स की कार्यकारी निदेशक प्रोफेसर (डॉ.) मीनू सिंह के मार्गदर्शन में संस्थान के नेत्र रोग विभाग की ओर से मंगलवार को स्वर्गाश्रम ट्रस्ट मुख्य गद्दी परिसर में वृहद नेत्र परीक्षण, उपचार एवं नेत्रदान जनजागरुकता शिविर का आयोजन किया गया।   एम्स के नेत्ररोग विभागाध्यक्ष प्रोफेसर ( डॉ.) संजीव कुमार मित्तल की देखरेख में आयोजित परीक्षण शिविर में संस्थान के विशेषज्ञ चिकित्सकों ने 146 मरीजों की सघन जांच की व उन्हें अपने नेत्रों की देखभाल के लिए उचित परामर्श दिया। शिविर में 72 जरुरतमंद रोगियों को देहरादून स्थित भट्ट ऑप्टिकल के प्रमुख एच.आर. भट्ट की ओर से चश्मे वितरित किए गए।
इस अवसर पर शिविर में मौजूद लोगों को नेत्रदान के लिए प्रेरित करते हुए विभागाध्यक्ष प्रो. संजीव कुमार मित्तल ने उन्हे नेत्र दान को लेकर सामाजिक भ्रांतियों के प्रति जागरुक किया, साथ ही बताया कि व्यक्ति की मृत्यु के उपरांत होने वाले इस दान से बढ़कर कोई दूसरा दान नहीं है।   उन्होंने नेत्र दान को महादान की संज्ञा देते हुए बताया कि एक व्यक्ति के नेत्रदान के संकल्प से दो लोगों की अंधेरी दुनिया में जीवनर्यंत उजियारा हो सकता है और वह ईश्वर की बनाई हुई रंगबिरंगी दुनिया को देख सकते हैं। शिविर में एम्स नेत्र विभाग के डॉ. अर्नव कुमार गराई, डॉ. परितोष शुक्ला ने मरीजों की सघन जांच की और उन्हें चिकित्सकीय परामर्श दिया। जबकि विभाग के तकनीशियन चेतन शर्मा, जयंती लाल, विष्णु कुमावत, आलोक राणा ने शिविर के आयोजन में सहयोग प्रदान किया। इस अवसर पर ऋषिकेश आई बैंक, एम्स के प्रबंधक एसएनओ महिपाल चौहान व काउंसलर आलोक सिंह ने लोगों को नेत्रदान महादान का संकल्प दिलाया व उन्हें इसके लिए जागरुक किया। शिविर में 27 लोगों ने नेत्रदान का संकल्पपत्र भी भरा। इस अवसर पर स्वर्गाश्रम ट्रस्ट के मुख्य प्रबंधक कर्नल विनय किशन कांत श्रीवास्तव, जयेश कुमार झा आदि मौजूद रहे ।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: Content is protected !!
%d bloggers like this: