ब्यूरो रिपोर्ट – वैदिक फाउंडेशन हिमालयन योगालय आश्रम के संस्थापक अध्यक्ष स्वामी शंकर तिलक महाराज के सन्यास दीक्षा स्मृति महोत्सव बड़ी धूमधाम के साथ सभी महामंडलेश्वर संत महात्माओं एवं क्षेत्र के समस्त जनप्रतिनिधियों ने धूमधाम के साथ मनाया गया । मुनिकीरेती स्थित वैदिक फाउंडेशन हिमालय योगालय आश्रम में स्वामी शंकर तिलक महाराज के सन्यास दीक्षा स्मृति महोत्सव के पावन अवसर पर कृष्ण कुंज आश्रम के संस्थापक जगतगुरु रामानुजाचार्य, उत्तराखंड पीठाधीश्वर स्वामी कृष्णाचार्य महाराज ने अध्यक्षता करते हुए कहा कि आज स्वामी शंकर तिलक जी महाराज के द्वारा हमारी वैदिक सनातन धर्म को पूरे विश्व में पहुंचाने का कार्य किया है यह पुनीत कार्य कोई संत ही कर सकता है उन्होंने दिखा दिया कि भारत ही नहीं पूरे विश्व के 156 देशों में सनातन धर्म का प्रचार- प्रसार महाराज के द्वारा किया जा रहा है जहां आज विदेशी साधकों द्वारा हमारी संस्कृति हमारे संस्कार आज पूरे विश्व में देखने को मिलते हैं । महाराज शंकर तिलक ने स्पेन, हंगरी ,न्यूजीलैंड, लंदन, अमेरिका ,पेरिस, वाशिंगटन, ग्रेनेदा, इंडोनेशिया आदि देशों में वैदिक परंपरा के द्वारा विदेशी साधकों का यज्ञोपवीत संस्कार करा कर उदय नास्तिक से आस्तिक बना कर सनातन धर्म की ध्वजा को आगे बढ़ा रहे हैं । इस अवसर पर कार्यक्रम का संचालन कर रहे तुलसी मानस मंदिर के अध्यक्ष पंडित रवि शास्त्री ने हरिद्वार ऋषिकेश के आए हुए संत समाज का योगालय आश्रम के साधकों द्वारा सभी महामंडलेश्वर संत समाज का वैदिक मंत्रों के द्वारा सभी संतो को उत्तरीय उड़ा कर एवं पुष्प माला भेंट की ।
इस अवसर पर ऋषिकेश नगर निगम की महापौर अनीता मंमगाई ने कार्यक्रम स्थल पहुंच कर स्वामी शंकर तिलक महाराज को उतरे उड़ा कर उनके 43 वर्ष में सन्यास दीक्षा स्मृति महोत्सव की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि हमारी सनातन संस्कृति का आज पूरे विश्व में महाराज के द्वारा प्रचार प्रसार किया जा रहा है। वह प्रशंसनीय है । स्वामी शंकर तिलक महाराज ने आज हमें दिखा दिया है कि विदेशी होने के बावजूद मेरा हृदय आज सनातन धर्म में रमा हुआ है । भारतीय संस्कृति परंपरा को आज पूरे विश्व पटल पर उन्होंने पहुंचाया है। इस अवसर पर जगद्गुरु रामानुजाचार्य ,उत्तराखंड पीठाधीश्वर स्वामी कृष्णाचार्य महाराज , राम तपस्थली ब्रह्मपुरी आश्रम के संस्थापक अध्यक्ष महामंडलेश्वर दयाराम दास महाराज ,योग श्री पीठ के अध्यक्ष मृत्युंजया तीर्थ महाराज, रामानुजाचार्य गोपालाचार्य महाराज,महंत लोकेश दास ,महंत कामेश्वर पुरी महाराज, महंत निर्मल दास उदासीन अखाड़ा महंत ऋषभ, स्वामी आनंद गिरी महाराज स्वतंत्रा चैतन्य, गौरी चैतन्य, पवित्रता चैतन्य, ऊमाया, चैतली चैतन्य, समाज सेवी अभिषेक शर्मा, डॉक्टर हेतराम मंगाई , अजय बिष्ट आदि उपस्थित रहे ।