ब्यूरो रिपोर्ट – ऋषिकेश पुलिस के हाथ बड़ी कामयाबी लगी है । पुलिस व एसओजी देहात की संयुक्त टीम ने 04 शातिर अभियुक्त को गिरफ्तार किया है । जिनसे 02 देसी तमंचे , 02 जिंदा कारतूस व 2 चाकू भी बरामद किए है । इन चारों पर उत्तर प्रदेश में दर्जनों मुकदमे पंजीकृत व 02 (दों) अभियुक्त जिला मुजफ्फरनगर के हिस्ट्रीशीटर हैं । पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार महिला सोनी भट्ट पत्नी गणेश भट्ट निवासी मनसा देवी गुमानीवाला श्यामपुर ऋषिकेश ने तहरीर दी कि 5 अगस्त को सायं 5:45 पर मनसा देवी गुमानीवाला क्षेत्र में एक बाइक पर सवार तीन अज्ञात व्यक्ति पीछे से आए। उनमें से एक व्यक्ति द्वारा उतर कर किसी का पता पूछा गया तथा इसी बीच दूसरा व्यक्ति मेरे गले से सोने की चेन खींचने लगा। उसके द्वारा बार-बार चेन खींचने की कोशिश की गई। जब मेरे द्वारा शोर मचाया गया तो, भीड़ एकत्रित होती देख उनमें से एक ने हवा में फायरिंग की और वो सभी भाग गए। मौके पर इनके द्वारा मोटरसाइकिल जिसका नंबर UP14-D-2959 एवं एक बैग छोड़कर भाग गए हैं। महिला शिकायत करता कि शिकायत पर कोतवाली ऋषिकेश में मुकदमा अपराध संख्या 385/21, धारा 393 आईपीसी दर्ज कर जांच शुरू की गई
दिनदहाड़े हुई चैन स्नैचिंग की इस घटना पर वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक देहरादून डॉक्टर योगेंद्र सिंह रावत ने तत्काल संज्ञान लेते हुए अभियुक्तो की गिरफ्तारी दिशा निर्देश दिए गए ।कोतवाल शिशुपाल सिंह नेगी के नेतृत्व में सादा एवं वर्दी में अलग-अलग पुलिस टीम गठित कर पुराने अभियुक्तों से पूछताछ व मुखबिर तत्रं की सहायता से जानकारी प्राप्त हुई की पुराने जेल गए अभियुक्तों ने आपस में एक छोटा सा गैंग बना रखा है। जो इस प्रकार की घटनाएं करते हैं। जिसपर उच्च अधिकारी गणों के निर्देशन पर गठित पुलिस टीम द्वारा ऋषिकेश क्षेत्र के मुख्य प्रवेश द्वार पर लगातार 24 घंटे चेकिंग अभियान चलाया जा रहा है। ऋषिकेश से बाहर जाने व आने वाले सभी वाहनों का विवरण रजिस्टर में अंकित किया जा रहा है। थाना क्षेत्र में लगे हुए सीसीटीवी कैमरों से लगातार पुलिस कर्मचारी गणों द्वारा निगरानी रखी जा रही है। जब गठित पुलिस टीम संदिग्धों की तलाश हेतु खदरी तिराहा श्यामपुर के पास चेकिंग कर रही थी तो मुखबिर द्वारा सूचना दी गई कि तीन-चार व्यक्ति मनसा देवी क्षेत्र में संदिग्ध अवस्था में घूम रहे हैं। जिसकी सूचना कोतवाली ऋषिकेश को देकर अन्य पुलिस टीम एकत्र कर मौके पर बुलाई गई।जिस पर सभी गठित पुलिस टीम तत्काल मनसा देवी तिराहे पर पहुंची व संदिग्धों की धरपकड़ हेतु चेकिंग अभियान चलाया गया।कुछ समय पश्चात 04 संदिग्ध व्यक्ति पुलिस टीम की ओर आते दिखे जो पुलिस को देख कर सकपका गए। पुलिस टीम द्वारा तत्काल चारों व्यक्तियों को रोक कर चेक किया तो उनके पास से 02 देसी तमंचे, 02 जिंदा कारतूस, व दो नाजायज चाकू बरामद हुए, जिस पर उन्हें तत्काल मौके पर गिरफ्तार किया गया। प्रभारी निरीक्षक शिशुपाल सिंह नेगी ने बताया कि पकड़े गए आरोपी विक्रांत त्यागी उर्फ विक्की त्यागी पुत्र राकेश त्यागी निवासी ग्राम रई, थाना छपार मुजफ्फरनगर उत्तर प्रदेश हाल निवासी- इंदिरा नगर थाना सिविल लाइन जिला मुजफ्फरनगर उत्तर प्रदेश, कपिल पाल उर्फ काला पुत्र स्वर्गीय चंद्रभान पाल निवासी ग्राम उत्तरी रामपुरी पोस्ट एवं थाना कोतवाली सिविल लाइन मुजफ्फरनगर उत्तर प्रदेश हाल निवासी- गुरु गोविंद घाट निकट रानीपुर चौक हरिद्वार, अजय पाल उर्फ बादल पुत्र विनोद पाल निवासी ग्राम बरसात थाना जानसठ जिला मुजफ्फरनगर उत्तर प्रदेश हाल निवासी- गुरु गोविंद घाट निकट रानीपुर चौक हरिद्वार , सचिन उर्फ चुन्ना पुत्र श वेदपाल निवासी जनकपुरी थाना सिविल लाइन जिला मुजफ्फरनगर उत्तर प्रदेश एवं वांछित अभियुक्त संदीप पाल पुत्र मनीराम निवासी ग्राम बड़ोद थाना सिखेड़ा जिला मुजफ्फरनगर उत्तर प्रदेश का रहने वाला है मौके से आरोपियों से एक तमंचा 315 बोर व एक जिंदा कारतूस 315 बोर , एक तमंचा 12 बोर व एक जिंदा कारतूस 12 बोर,2 अवैध चाकू , बरामद किए गए । प्राप्त जानकारी से अपराधिक इतिहास में अभियुक्त विक्रांत त्यागी उर्फ विक्की त्यागी कोतवाली सिविल लाइन जिला मुजफ्फरनगर का हिस्ट्रीशीटर है। जिसपर जनपद मुजफ्फरनगर के 25(पच्चीस)) व कोतवाली ऋषिकेश में 02(दो) मुकदमा पूर्व में पंजीकृत हैं।जिनमें से लूट के 09 (नौ), आर्म्स एक्ट के 04 (चार), हत्या का प्रयास के 04(चार), एक धोखाधड़ी व एक गैंगस्टर अधिनियम आदि के अंतर्गत मुकदमा पंजीकृत है । कपिल पाल उर्फ काला अभियुक्त के विरुद्ध थाना सिविल लाइन जनपद मुजफ्फरनगर में लूट एवं हत्या का प्रयास के 05(पांच) मुकदमा पंजीकृत हैं। अभियुक्त सचिन उर्फ चुन्ना जनकपुरी थाना सिविल लाइन जिला मुजफ्फरनगर का हिस्ट्रीशीटर है। जिस पर जनपद मुजफ्फरनगर के थाना सिविल लाइन में कुल 22 मुकदमे पंजीकृत हैं। जिनमें 03 (तीन) मुकदमे लूट, 05(पाचं) मुकदमे आर्म्स एक्ट, 02(दो) मुकदमे चैन स्नैचिंग, 02(दो) गुंडा अधिनियम, व इसके अतिरिक्त हत्या का प्रयास जुआं/ बलवा आदि के मुकदमा पंजीकृत हैं। अभियुक्त अजय पाल उर्फ बादल के विरुद्ध जनपद मुजफ्फरनगर में कुल 16 मुकदमे पंजीकृत हैं। जिनमें से लूट के 04 (चार), हत्या के प्रयास के 02 (दो), आर्म्स एक्ट के 05 (पाचं), इसके अतिरिक्त गैंगस्टर/ धोखाधड़ी व बलवा आदि के मुकदमा पंजीकृत हैं।
पूछताछ पर अभियुक्त अजय उर्फ बादल ने बताया कि मार्च 2021 से संदीप पाल जो मेरा दूर का रिश्तेदार है के साथ रहता था। फिर मै मुजफ्फरनगर अपने पहले मुकदमें के चक्कर में गया था, और वही थाना चरथावल में तमंचे की फैक्टरी चलाने के आरोप में पुलिस ने मुझे पकड लिया था। जहां से मै मु0नगर जेल में करीब एक माह रहा। उसके बाद मैं पैरोल पर वापस आया और करीब इसके 2 माह बाद मै पुनः हरिद्वार आया तो मुझे कमरे पर संदीप और उसके साथ कपिल पाल उर्फ काला जो मुझे पहले जेल मे मिला था भी मिला। फिर हम तीनो ने मिलकर हरिद्वार में चाट की ठेली लगाने का काम किया। लॉक डाउन के चलते हमारा काम नही चल पा रहा था। तो हम तीनो ने कमरे पर बैठकर लूट की योजना बनाई। इस योजना में हमने अपने जेल में मिले साथी सचिन उर्फ चुन्ना जो कि थाना सिविल लाईन मु0नगर उ0प्र0 का एच0एस0 है व विक्रान्त त्यागी उर्फ राकेश त्यागी जो कि थाना सिविल लाईन मु0नगर का एच0एस0 है, को भी शामिल किया था। विक्रान्त त्यागी आजकल देहरादून जिले में ही रह रहा था। इसके बाद संदीप पाल मु0नगर आया और वहां से एक अपाचे मो0सा0 जो मैने और संदीप ने सोनीपत से एक फैक्टी के सामने से मार्च 2021 में चुराई थी, को लेकर व अपने साथ सचिन उर्फ चुन्ना को लेकर कमरे पर आया और योजनानुसार दिनांक 05 को उसी चोरी की मो0सा0 की नम्बर प्लेट बदलकर संदीप, सचिन और कपिल जिन्हें मैने अपना पिटठू बैग दे दिया था,ताकि कोई शक न करे और रायवाला आये। रायवाला ठेके के पास विक्रान्तमिला। जिसे लोकल की अच्छी जानकारी थी। इसलिए तो सचिन को वही उतारकर संदीप कपिल और विक्रान्त उस अपाचे मो0सा0 से तमंचे लेकर लूट करने निकल गये। शिकार ढूढते ढूढते जब यह लोग जौली ग्रांट पहचे तो मो0सा0 का टायर खराब हो गया, तो संदीप ने मो0सा0 में वही नया टायर डलवाया और ऋषिकेश श्यामपुर क्षेत्र में आये। कुछ हाथ न लगने के कारण इन्हे एक महिला दिखी जिसके गले में सोने की चैन थी। इन्होने उस महिला से चैन छिनने की कोशिश की, किन्तु कामयाब नही हो पाये और छिना झपटी में मो0सा0 और मेरा बैग वही छोड यह तीनो फायर कर वहां से पैदल भाग आये। फिर इन्होने मुझे फोन से बताया कि काम नही हो पाया है तो मैने इन्हे कमरे पर बुला लिया और अगली सुबह हम चारो मै व संदीप सचिन व कपिल मु0नगर चले गये थे। आज हम फिर से चारो यहां लूट की घटना करने व ऋषिकेश अपना बैग व मो0सा0 देखने आये थे कि आप लोगो ने हमे पकड लिया। हमें अपना अपराध स्वीकार है कहकर माफी मांगने लगे। चारों अभियुक्तों के बारे में उत्तराखंड व अन्य बाहरी जनपदों से भी अपराधिक इतिहास की जानकारी जुटाई जा रही है।
पकड़ने वाली पुलिस टीम में ओमकातं भूषण प्रभारी एसओजी देहात, शांति प्रसाद चमोली उपनिरीक्षक एसओजी देहात राम नरेश शर्मा चौकी प्रभारी श्यामपुर, कांस्टेबल कमल जोशी,जितेंद्र कुमार, सोनी कुमार, संदीप छाबड़ी ,सचिन सैनी , अनित कुमार, विकास कुमार , नीरज कुमार, सचिन राणा ,लाखन सिंह, गब्बर सिंह, महिला आरक्षी जमुना नेगी शामिल रहे ।