ब्यूरो रिपोर्ट – डीएम पौड़ी विजय कुमार जोगदण्डे की अध्यक्षता में जिलाधिकारी कार्यालय कक्ष कलेक्ट्रेट में गुरुवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से वीरचन्द्र सिंह गढ़वाली पर्यटन स्वरोजगार योजना एवं दीनदयाल उपाध्याय गृह आवास होम स्टे विकास योजना के तहत आवेदकों की साक्षात्कार बैठक हुई। बैठक में मुख्य विकास अधिकारी प्रशांत कुमार आर्य, जिला पर्यटन विकास अधिकारी खुशाल सिह नेगी सहित रेखीय विभाग के अधिकारियों ने प्रतिभाग किया। आयोजित साक्षात्कार में गैर वाहन मद के अन्तर्गत तीन आवेदन प्राप्त हुए, आवेदनों की परीक्षण एवं आवेदक के साथ साक्षात्कार लेते हुए उनके प्रस्तुत दस्तावेज में नक्शा स्वीकृति, आदि न होने पर 15 दिन के समय देते हुए जिला पर्यटन विकास विभाग कार्यालय में प्रस्तुत करने के निर्देश दिये। जबकि वाहन मद में 5 आवेदन प्राप्त हुए जिन्हे परीक्षण एवं साक्षात्कार के उपरान्त सभी आवेदन को स्वीकृत कर बैंक में प्रेषित करने के निर्देश दिये। जबकि दीनदयाल उपाध्याय गृह आवास होमस्टे योजना के तहत प्राप्त 8 आवेदनों का परीक्षण करते हुए आवेदकों की बेविनार के माध्यम से साक्षात्कार किया गया। जिसमें कुछ आवेदकों के प्रस्ताव बढ़ी होने पर उन्हे औचित्य पूर्ण प्रस्ताव प्रस्तुत करने के निर्देश दिये तथा शेष आवेदन को स्वीकृत किया।
जिलाधिकारी डा0 जोगदण्डे ने आवेदकों से साक्षात्कार के दौरान उनकी चयनित योजना के बारे में व वीर चन्द्र सिह गढ़वाली स्वरोजगार योजना में वाहन मद के साक्षात्कार में संबंधित आवेदक से वाहन, व्यवसायिक एवं कार्यक्षेत्र के बारे में संपूर्ण जानकारी ली। जिस पर आवेदकों ने जिलाधिकारी द्वारा पूछे गये सवालों का जवाब दिये। वहीं वीरचन्द्र सिह गढ़वाली पर्यटन स्वरोगार योजना में गैर गैर वाहन मद के सभी आवेदनों को 15 दिन के भीतर नक्शा एप्रुवल, तथा दस्तावेजों में कमी को पूर्ण करने के निर्देष दिये गये। वहीं वाहन मद में सभी 5 आवेदनों को स्वीकृत करते हुए जिला पर्यटन विकास अधिकारी को बैंको को प्रस्तुत करने के निर्देश दिये। जबकि दीनदयाल उपाध्याय गृह आवास होमस्टे योजना के तहत प्राप्त 8 आवेदन पर योजना की परीक्षण एवं आवेदकों की साक्षात्कार लिए गये। जिसमें बड़ी योजना वाली आवेदन पर आचित्य पूर्ण प्रस्ताव प्रस्तुत करने के निर्देश दिये गये एवं शेष अन्य आवेदन को स्वीकृत कर अग्रेत्तर कार्यवाही की जाए । साथ ही उन्होंने संबंधित बैंकर्स को आवेदनकर्ता के प्रपत्रों की पूरी परीक्षण कर नियत प्रारूप में सहमती की दशा में रिपोर्ट प्रस्तुत करेंगे। ताकि लाभार्थी की योजना स्वीकृत होने पर भटकना न पड़े, जिससे कि लाभार्थी को योजना का लाभ समय पर मिल सकें। मुख्य विकास अधिकारी आर्य ने आवेदकों से होमस्टे गृह आवास के बारे में विस्तृत जानकारी लेते हुए, अपनी योजना को मानक के अनुरूप स्थापित करने को कहा, ताकि आने वाले ग्राहकों को यहां की क्षेत्र शैली एवं संस्कृति की झलक देखने को मिल सकें। साथ ही उन्होंने कहा कि व्यवसाय में अन्य लोगों को भी रोजगार से जुडने का मौका मिल सकें। इस अवसर पर संभागीय परिवहन निरीक्षक आनन्द बर्धन, अभियंता जिला पंचायत पौड़ी सुदर्शन सिंह रावत, सहायक एलडीएम भूपेश नौटियाल, सहायक प्रबंधक उद्योग माधो सिंह रावत सहित अन्य उपस्थित रहे ।