ब्यूरो रिपोर्ट – सेंट्रल कमांड के जीओसी इंचार्ज लेफ्टि. जनरल वाई डिमरी ने गुरुवार को मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत से गुरूवार को सचिवालय में शिष्टाचार भेंट की। उन्होंने मुख्यमंत्री से राज्य के सीमान्त क्षेत्रों में संचार सुविधाओं की उपलब्धता एवं सडकों के विकास से सम्बन्धित विभिन्न विषयों पर चर्चा की। भेंट के दौरान लेफ्टि. जनरल डिमरी ने सीमान्त क्षेत्रों में लोकल इन्टेलीजेंस की मजबूती पर भी ध्यान दिये जाने, जोशीमठ-ओली तक सडक चौडीकरण, बडकोट-पुरोला-मोरी से तथा मीनस-अराल-त्यूणी से हिमाचल को जोड़ने वाली सड़क के निर्माण एवं सुधारीकरण की भी जरूरत बतायी।
मुख्यमंत्री तीरथ ने कहा कि राज्य सरकार सीमान्त क्षेत्रों के विकास पर विशेष ध्यान दे रही है। उन्होंने कहा कि लिपुलेख, गुंजी, नीती मलारी के अग्रिम क्षेत्रों तक संचार सुविधाओं के विकास के राज्य सरकार लगातार केंद्र सरकार से संवाद कर रही है। कहा कि बॉर्डर इलाक़ों में सड़कों के सुदृढ़ीकरण आदि के लिये भी केन्द्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी के साथ ही रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से भी वार्ता हुई है। मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखण्ड- हिमाचल की सड़कों का प्रस्ताव को भी जल्द ही गडकरी के समक्ष रखा जायेगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना महामारी से बचाव में सेना द्वारा राज्य को पूरा सहयोग दिया गया है। उन्होंने कहा कि रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की पहल पर राज्य में डीआरडीओ द्वारा ऋषिकेश व हल्द्वानी में 500-500 बेड के अस्पताल प्राथमिकता के आधार पर स्थापित किये गये हैं।मुख्यमंत्री ने सेन्ट्रल कमांड के लेफ्टिनेंट जनरल का आपदा के समय सेना द्वारा राहत कार्यों में सहयोग के लिये भी आभार जताया।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री के मुख्य सलाहकार शत्रुघ्न सिंह, जी.ओ.सी. उत्तराखण्ड सब एरिया, मेजर जनरल खत्री, ब्रिगेडियर सी.वी.के. बनर्जी, डिप्टी मिलिट्री सेक्रेटरी सेन्ट्रल कमांड भी उपस्थित रहे ।