ब्यूरो रिपोर्ट – मुख्य सचिव डॉ. एस. एस. संधु ने गुरुवार को सचिवालय में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से सभी जिलाधिकारियों के साथ बैठक की । उन्होंने निर्देश दिए कि यूक्रेन में फंसे उत्तराखण्ड के छात्र एवं अन्य नागरिकों के परिजनों से संपर्क स्थापित करते हुए जानकारी शासन एवं दिल्ली स्थित स्थानिक आयुक्त कार्यालय को अविलम्ब साझा करने की जाय ।उन्होंने कहा कि सभी सूचनाओं का आदान-प्रदान एम.ई.ए. को शीघ्रता से किया जाए ताकि, छात्रों और अन्य नागरिकों को शीघ्रता से निकाला जा सके। अभी तक राज्य के 287 लोगों की सूचना प्राप्त हो चुकी है, जो यूक्रेन और उसके आस-पास के देशों में फंसे हैं, जिनमें से 86 सकुशल घर वापस कर चुके हैं। मुख्य सचिव ने कहा कि यदि सोशल मीडिया जैसे फेसबुक और ट्विटर आदि के माध्यम से किसी छात्र या अन्य नागरिक के फंसे होने की जानकारी मिलती है, परन्तु लोकेशन ट्रैक नहीं हो पा रही है कि ये कहां हैं, इसके लिए एडीजीपी इंटेलिजेंस से संपर्क में रहें। बैठक में बताया गया कि यूक्रेन में फंसे छात्रों एवं प्रदेश में निवासरत उनके परिवारजनों के मोबाइल नम्बर को जोड़ते हुए 3 व्हाट्सएप ग्रुप बनाये गए हैं, जिनमें वरिष्ठ अधिकारी भी जुड़े हैं। यूक्रेन में फंसे छात्रों के परिजनों से जिलास्तरीय अधिकारी व्यक्तिगत रूप से संपर्क बनाये हुए हैं। मुख्य सचिव ने कहा कि दिल्ली एवं मुम्बई में राज्य की ओर से यूक्रेन से आने वाले उत्तराखण्ड वासियों के लिए समन्वय केन्द्र बनाया गया है जिसमें राज्य की ओर से सभी आगंतुकों के लिए आवश्यक सुविधाओं की व्यवस्था की गई है। उन्होंने बताया कि यूक्रेन से उत्तराखण्ड के सभी नागरिकों को सकुशल वापस लाने एवं बेहतर समन्वय स्थापित करने के लिए जनपद एवं तहसील स्तर पर नोडल अधिकारियों की तैनाती की गई है। शासन, प्रशासन एवं पुलिस द्वारा आपसी समन्वय से सभी व्यवस्थाएं की जा रही हैं।