ब्यूरो रिपोर्ट – एसओजी देहात एवं ऋषिकेश पुलिस ने तीन अलग- अलग मामलों में हरियाणा के सांसी गैगं के 3 सदस्य गहने व नकदी चुराने वालो को गिरफ्तार किया । उनसे डेढ़ लाख रुपए बरामद भी किए
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार शिकायतकर्ता ऋतुराज कुडियाल पुत्र सियाराम कुडियाल निवासी ढालवाला ने 18 जून को मेरी पत्नी का आईएसबीटी ऋषिकेश में अज्ञात व्यक्ति द्वारा बैग में रखी ज्वेलरी को चोरी कर लिया गया है। शिकायतकर्ता की उक्त शिकायत पर कोतवाली ऋषिकेश में मुकदमा अपराध संख्या 296/21 धारा 379 आईपीसी पंजीकृत कर विवेचना प्रारंभ की गई थी। , दूसरी शिकायत 27 जून को सोहन सिंह नेगी पुत्र मोहन सिंह नेगी निवासी गढ़वाली मोहल्ला बालावाला देहरादून ने 16 जून की सुबह मैं ऋषिकेश बस अड्डे पर अपनी माता जी के साथ खड़ा था, जहां से उनका पर्स चोरी हो गया। जिसमें गले का हार, झुमके आदि सामान था। उक्त शिकायत पर कोतवाली ऋषिकेश में मुकदमा अपराध संख्या 297/21, धारा 379 आईपीसी पंजीकृत कर विवेचना प्रारंभ की गई थी। वहीं 27 जून को शिकायतकर्ता राजेंद्र सिंह रमोला पुत्र स्वर्गीय उदय सिंह रमोला निवासी टिहरी विस्थापित कॉलोनी हरिद्वार ने भी दिनांक 23 जून को दोपहर के समय टिहरी गढ़वाल की बस में ऋषिकेश से हरिद्वार जाते समय किसी अज्ञात व्यक्ति द्वारा ज्वेलरी को चोरी कर लिया गया है। उक्त तहरीर पर कोतवाली ऋषिकेश में मुकदमा अपराध संख्या 298/21 धारा 379 आईपीसी पंजीकृत कर जांच शुरू की गई थी कोतवाल शिशुपाल सिंह नेगी के नेतृत्व में एसओजी देहात व ऋषिकेश पुलिस की 04 संयुक्त पुलिस टीम का गठन किया गया। टीम द्वारा चोरी एवं टप्पे बाजी की घटनाओं के घटनास्थल के आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों का बारीकी से निरीक्षण किया गया । उपरोक्त तीनों घटनाओं के घटनास्थल के आसपास संस्थानों/ घरों/ दुकानों आदि के 100 से अधिक सीसीटीवी कैमरे की फुटेज देखी गई । सीसीटीवी से प्राप्त वीडियो फुटेज मुखबिर तंत्र को देकर सक्रिय किया गया । 27 जून 2021 की सांय को मुखबिर की सूचना पर सीसीटीवी से प्राप्त फोटो से मिलते जुलते हुलिए के तीन (3) संदिग्ध व्यक्तियों को आईएसबीटी ऋषिकेश के अंदर से गिरफ्तार किया गया है
कोतवाल शिशुपाल सिंह नेगी ने बताया कि पकड़े गए आरोपी संजय कुमार पुत्र मन्थीराम निवासी करतार पुर थाना रोहतक सिटी जिला रोहतक हरियाणा, विनोद कुमार पुत्र सतवीर सिंह निवासी करतारपुर थाना सिटी रोहतक जिला हरियाणा, सत्यवान पुत्र चंदू निवासी ग्राम पेटवाण थाना नारनौल जिला हिसार हरियाणा के रहने वाले है जिनसे 1,50,000 रूपए बरामद किए गए । पूछताछ करने पर आरोपियों ने बताया कि यह गैंग गांव कड़ीया जिला राजगढ़ मध्यप्रदेश की रहनें वाली है, तथा सांसी जाति के लोग है। गांव मे हर कोई चोरी, जेब तराशी के अपराधों में लिप्त है। इस गैंग मे वारदात करनें के लिए चार से पांच व्यक्ति मौजूद रहते है। जो आवागमन मे कार का उपयोग करते है। जिसकी नम्बर प्लेट फर्जी होती है। मोबाईल फोन का प्रयोग ये लोग बिलकुल नही करते या दूसरे राज्यों की फर्जी सिम का प्रयोग करते हैं जिससे पुलिस उन तक नही पहुंच सकें। ये लोग किसी ऐसे होटल या स्थान पर नही रूकतें जहां इनसे आईडी मांगी जाए। इसकी बजाए धार्मिक स्थानों पर जहां अकसर ज्यादा पूछताछ नही होती या हाईवे पर बने ढाबों पर रात गुजारतें है। जिस स्थान पर ये रूकते है उससे कम से कम 100 कि.मी. की दुरी पर ये लोग वारदात करते है। किसी भी स्थान पर एक दिन से ज्यादा नही रूकते है।
वारदात करनें के लिए ये ऐसे बैंक का चयन करतें है जो मुख्य बाजार में हो तथा भीड़ भाड़ हो। ज्यादातर ये लोग भारतीय स्टेट बैक का चयन करते है जो मुख्य बाजार मे स्थित हो। गैग मे से एक या दो व्यक्ति बैंक मे जाकर ये देखते है कि किस व्यक्ति द्वारा नगदी निकलवाई गई। इनका एक सदस्य बैंक से बाहर रहता है। एक साथी काफी दूरी पर कार लेकर खड़ा रहता हैं। जैसे ही कोई व्यक्ति थैले या बैग में नगदी निकलवाकर बाहर आता है तो रेकी करने वाला व्यक्ति बाहर खड़े व्यक्ति को ईशारा कर देते है और वह पीड़ित के पीछे लग जाता है और जैसे ही उसका ध्यान भंग होता है उसकी नगदी भरा थैला या बैग पार कर लेते है। उसके बाद आँटो पकड़कर पहले से खड़ी की गई कार के पास पहुंच कर फरार हो जाते हैं।
यह गैंग कृषि उपज मंडी जहां पर लोग फसल बेचकर नगदी प्राप्त करते है या त्यौहारों के समय भीाड़ भाड़ वाले स्थानो पर रेकी करते है। कोई व्यक्ति नगदी या कीमती सामान बैग मे ले जा रहा हो तो उसकी रेकी करते है और इनमें से ही गैंग का एक सदस्य बिस्किट चबाकर शिकार के कपड़ो पर थूक देता है जो उल्टी या मैले जैसा दिखता है। शिकार व्यक्ति मैले को खुद देखकर या किसी व्यक्ति द्वारा बताने पर रूक जाता है और आस पास कोई नल या पानी का स्रोत तलाश करता है ताकि वह मैला साफ कर सके। गैंग के सदस्य उसका पीछा करते रहते है। जैसे ही शिकार किसी स्थान पर अपना बैग नीचे रखकर मैले को साफ करने लग जाता है और मौका पाकर ये लोग बैग पार कर लेते है।
बस तथा रेलवे स्टेशन आदि में लोगों को चिन्हित कर उनके आसपास अपना बैग रख देते हैं तथा मौका पाकर बैग बदलकर घटना को अंजाम देते हैं। हम लोग सांसी गैंग के सदस्य हैं तथा रेलवे स्टेशन व बस स्टैंड आदि जगहों पर चोरी व टप्पे बाजी की घटनाएं करते हैं। हम लोग 8- 10 दिन से टप्पे बाजी की घटना करने के लिए ऋषिकेश बस अड्डे के आसपास घूमते रहे थे, तथा मौका देखकर या बातों में उलझा कर लोगों का सामान उनके बैग में से चुरा लिया करते हैं। हम तीनों के अलावा हमारे दो अन्य साथी भी हमारे साथ उक्त घटना में शामिल रहे हैं। हम पांचों ने मिलकर 16 जून, 18 जून व 23 जून को बस अड्डा ऋषिकेश में तीन घटनाएं की थी, तथा तीनों वारदातों में हमें सोने के गहने मिले थे। जिसको लेकर हमारा साथी मुकेश व सोनू रोहतक चले गए थे। 25 जून को मुकेश ने हम तीनो को 50-50 हजार रुपए दिए थे अभियुक्त विनोद का अपराधिक इतिहास मु०अ०स० 534/18, धारा 34 379 आईपीसी, थाना रोहतक सिटी ,मु०अ०स० 264/14, धारा 13 (ए)/ 3/67 जुआ अधिनियम थाना शिवाजी कॉलोनी रोहतक ,मु०अ०स० 96/17, धारा पोक्सो अधिनियम थाना रोहतक सिटी , मु०अ०स० 365/15, धारा 25/54/26 आर्म्स अधिनियम थाना रोहतक सिविल लाइन है पुलिस द्वारा उत्तराखंड व सरहदी अन्य जनपदों से भी इनके अपराधिक इतिहास की जानकारी जुटाई जा रही है।
पकड़ने वाली पुलिस टीम में पुलिस टीम व०उ०नि० मनमोहन सिंह नेगी , मुकेश नेगी चौकी प्रभारी आईएसबीटी, ओम कांत भूषण प्रभारी एसओजी देहात, उ०नि० शांति प्रसाद चमोली एसओजी देहात, कांस्टेबल संदीप छाबड़ी , सचिन राणा, अनित कुमार , सचिन सैनी, विकास कुमार, सोनी कुमार, नवनीत सिंह नेगी, कमल जोशी, जमुना नेगी शामिल रहे।