ब्यूरो रिपोर्ट – राज्य में भाजपा कार्यकाल के दौरान मुख्यमंत्री परिवर्तन किए जा रहे हैं शनिवार को एक बार नए मुख्यमंत्री बनने पर उत्तराखंड कांग्रेस कमेटी के प्रदेश महासचिव राजपाल खरोला ने कहा कि भाजपा का केंद्रीय नेतृत्व उत्तराखंड में ‘सत्ता की बंदरबांट’ में लगा है और मौसम के तरह मुख्यमंत्री को बदलने का काम कर रहा है, ‘खिलौनों की तरह मुख्यमंत्री बदलने’ के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एवं भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा जिम्मेदार हैं। खरोला ने कहा शीतकालीन सत्र में मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत व ग्रीष्मकाल सत्र में मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत और अब मानसून सत्र के लिए पुष्कर सिंह धामी को मुख्यमंत्री बनाया गया भाजपा की कथनी और करनी के अंतर को स्पष्ट कर रहा है, राज्य की जनता ने मोदी के डबल इंजन की बातो में आकर प्रचण्ड बहुमत के साथ उत्तराखंड के भविष्य की कमान भाजपा को सौपी थी, लेकिन भाजपा ने उत्तराखंड की जनता के सपनो को चकनाचूर करने का काम किया है । कहा की देवो की भूमि उत्तराखंड भाजपा की सत्ता की लालच, सत्ता की मलाई के लिए होड़ और भाजपा की विफलता का उदाहरण बनती जा रही है, अब उत्तराखंड की जनता राज्य में 2022 के चुनाव का इंतजार कर रही है, ताकि वह स्थिर और प्रगतिशील सरकार के लिए कांग्रेस को मौका दे सके। पिछले साढ़े चार सालो में भाजपा ने सिर्फ सत्ता की मलाई बांटने और सत्ता की बंदरबाट करने का काम किया. भाजपा के लिए यह अवसर सत्ता की मलाई चखने का अवसर बन गया।
खरोला ने तंज कसते हुए कहा की भाजपा ने उत्तराखंड में पहले भी तीन-तीन मुख्यमंत्री बदले थे और इस बार भी तीसरा मुख्यमंत्री बना दिया गया हैं. मैं तो कहूँग कि अगले छह महीनों में दो-तीन और बदल दीजिए, ताकि देश में सबसे ज्यादा मुख्यमंत्री बदलने का रिकॉर्ड भी उत्तराखंड में भाजपा के नाम बन जाए।
