ब्यूरो रिपोर्ट – आयुक्त गढ़वाल मण्डल रवि नाथ रमन ने गुरुवार को जिलाधिकारियों के साथ वर्चुअल माध्यम से जिला योजना, राज्य सेक्टर, केन्द्र पोषित, बीस सूत्री, पीएम किसान निधि, मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना, मुख्यमंत्री सौर स्वरोजगार योजना की अद्यतन प्रगति रिपोर्ट पर समीक्षा की गई। उन्होंने सभी जिलाधिकारियों को बीस सूत्री कार्यक्रम के तहत निरन्तर मॉनिटरिंग करते हुए मासिक समीक्षा बैठक करते हुए प्रगति लाने के निर्देश दिये। साथ ही सभी जिलाधिकारियों को निर्देशित किया गया कि जिला योजना एवं राज्य सेक्टर के अन्तर्गत जल निगम, लोक निर्माण विभाग, सिंचाई द्वारा किये जा रहे कार्यों को पूरा करने हेतु लक्ष्य निर्धारित कर एक्शन प्लान तैयार कर निरन्तर समीक्षा करते रहें। वन पंचायत में निर्वाचन हेतु रोस्टर बनाकर ब्लॉकों में निर्वाचन प्रक्रिया शुरू कर लें।
डीएम पौड़ी डॉ. विजय कुमार जोगदण्डे ने आयुक्त को जनपद में माह जुलाई, 2021 तक जिला योजना, राज्य सेक्टर, केन्द्र पोषित योजनाओं के अन्तर्गत अनुमोदित परिव्यय के सापेक्ष अवमुक्त एवं व्यय की गई धनराशि से अवगत कराया। उन्होंने बताया कि जिला योजना के अन्तर्गत अनुमोदित परिव्यय 8385.00 लाख के सापेक्ष जिलाधिकारी के निर्वतन में धनराशि 6000.00 लाख प्राप्त हुआ, जिसमें से विभागों को 5566.72 लाख की धनराशि अवमुक्त हुई, जिसके सापेक्ष 2503.68 लाख व्यय हो चुका है। वहीं राज्य सेक्टर में अनुमोदित परिव्यय 27438.14 लाख के सापेक्ष धनराशि 12403.47 लाख अवमुक्त हुई तथा 4983.73 लाख व्यय हुआ, जबकि केन्द्र पोषित में अनुमोदित परिव्यय 39609.26 धनराशि के सापेक्ष 13510.02 लाख अवमुक्त तथा 9645.36 लाख व्यय हुआ। कहा कि वन विभाग द्वारा 02 निर्माण कार्य किये जाने हैं, जिनका टेंडर हो चुका है, सितम्बर तक प्रगति आ जायेगी। कहा कि विधायक निधि में 03 करोड़ के प्रस्ताव आये हैं, किन्तु अभी कार्य प्रारम्भ न करने की बात कही गई है, जबकि 18 करोड़ के प्रस्ताव अभी नहीं दिये गये हैं। इस पर आयुक्त महोदय द्वारा लगातार पत्राचार करते हुए प्रस्ताव मांगने के निर्देश दिये गये। जिलाधिकारी डॉ. जोगदण्डे ने बताया कि पीएम किसान निधि के अन्तर्गत जनपद में 79410 कुल कृषक हैं, जिनमें से 69907 पोर्टल पर पंजीकृत हैं। कहा कि योजना के अन्तर्गत 2021-22 में 48437 की धनराशि प्रथम किश्त के रूप दे दी गई है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना के अन्तर्गत 2020-21 में 250 लक्ष्य के सापेक्ष 283 की पूर्ति कर 113 प्रतिशत उपलब्धि प्राप्त की गई है, जबकि 2021-22 में 250 लक्ष्य के सापेक्ष 13 की पूर्ति की गई है।