ब्यूरो रिपोर्ट – मुख्यमंत्री आवास स्थित जनता दर्शन हॉल में सोमवार को सीएम धामी ने मुख्यमंत्री वात्सल्य योजना का विधिवत शुभारम्भ किया । वहीं योजना में चिन्हित बच्चों के बैंक खातों में डीबीटी के माध्यम से ₹3-3 हजार की सहायता राशि ट्रांसफर की। बताते चले कि 01 अगस्त, 2021 तक जन्म से 21 वर्ष तक की आयु के कुल 2347 बालक/बालिका चिन्हित किए गए है। मुख्यमंत्री वात्सल्य योजना के शुभारम्भ के अवसर पर प्रथम चरण में कुल 1062 बच्चों को लाभान्वित किया गया है। मुख्यमंत्री वात्सल्य योजना के संचालन हेतु एमआईएस पोर्टल बनाया जा रहा है, जिसमें समस्त बच्चों का विवरण जनपदों द्वारा ऑनलाइन भरा जायेगा। मुख्यमंत्री वात्सल्य योजनान्तर्गत प्रतिमाह 3 हजार रूपए के मानकानुसार जुलाई, 2021 से प्रारम्भ करते हुए निदेशालय द्वारा पी०एफ०एम०एस० के माध्यम से डी०बी०टी० सीधे चिन्हित बच्चों के बैंक खातों में धनराशि भेजी जायेगी।
इस दौरान सीएम धामी ने कहा कि कोरोना काल में माता-पिता व संरक्षक के वात्सल्य से वंचित बच्चों का राज्य सरकार एक अभिभावक की तरह हमेशा ध्यान रखेगी। योजना में आच्छादित बच्चों को आर्थिक सहायता राशि, राशन व निशुल्क शिक्षा देने के साथ ही जिलों के डीएम इन बच्चों की सम्पत्ति का संरक्षण भी करेंगे। अनाथ बच्चों के लिए नौकरियों में पांच प्रतिशत क्षैतिज आरक्षण की व्यवस्था करने वाला उत्तराखण्ड पहला राज्य है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ध्येय वाक्य सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास पर राज्य सरकार चल रही है। वर्ष 2017 से जितनी भी घोषणाएं की गई है, वे सभी पूर्ण होने की ओर अग्रसर हैं।
